वाइस (Vice) किसे कहते है | बेंच वाइस (Bench Vice) का दूसरा नाम क्या है ?
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वाइस (Vice)
परिचय (Introduction) -जब वर्कशाप में जॉब को बनाया जाता है तो उनको अच्छी पकड़ की आवश्यकता होती है। क्योंकि हाथ की पकड़ से जॉब को सावधानीपूर्वक नहीं बनाया जा सकता है और दुर्घटना होने की संभावना रहती है इसलिए एक ऐसा साधन प्रयोग में लाया जाता है जिसे वाइस (Vice) कहते हैं।
वाइस एक प्रकार का जॉब पकड़ने वाला साधन (Holding Device) है जिसमें जॉब को मजबूती से पकड़ कर उस पर फाइलिंग, मशीनिंग और दूसरे प्रकार के आपरेशन किये जा सकते हैं।
बेंच वाइस (Bench Vice)
इसको पैरेलल जॉ वाइस भी कहते हैं जिसको प्रायः बेंच पर फिट किया जाता है। इसका साइज इसके जॉ की चौड़ाई से लिया जाता है। भारतीय स्टैण्डर्ड (B.I.S) के अनुसार यह प्रायः 75 से 150 मि. मी. तक पाई जाती है। 75 मि. मी. वाली वाइस छोटे कार्यों के लिए, 100 व 125 मि.मी. वाली मध्यम कार्यों के लिए और 150 मि. मी. वाली वाइस बड़े कार्यों के लिए प्रयोग में लाई जाती हैं। बेंच वाइस का प्रयोग उन कार्यों को अच्छी तरह से बांधने के लिए किया जाता है जिन पर प्राय: फाइलिंग, चिपिंग, हेक्साइंग और अन्य हैंड आपरेशन करने की आवश्यकता होती है।
बनावट (Construction) -इसके प्रायः निम्नलिखित पार्ट्स होते हैं
पार्ट्स (Parts)
- (Fixed Jaw)
- मुवेबल जॉ (Movable Jaw)
- जॉ प्लेटें (Jaw Plates)
- स्पिण्डल (Spindle)
- हैंडल (Handle)
- बॉक्स नट (Box Nut)
मेटीरियल (Material)
- ग्रे कास्ट ऑयरन (Grey Cast Iron)
- टूल स्टील (Tool Steel)
- माइल्ड स्टील (Mild Steel)
- कास्ट ऑयरन (Cast Iron )
- फॉस्फोरस ब्राँज (Phosphorous Bronze )
- गन मेटल (Gun Metal )
वाइस (Vice) किसे कहते है | बेंच वाइस (Bench Vice) का दूसरा नाम क्या है ?
बेंच वाइस को फिक्स करते समय ध्यान रखने योग्य संकेत
1. फर्श से वाइस के ऊपरी फेस तक ऊचाई लगभग 1 मीटर होनी चाहिए या यह कार्य करने वाले श्रमिक की कुहनी के बराबर होनी चाहिए।
2. बेंच वाइस को सही आश्रय और स्थिरता प्रदान करने के लिए बेंच की एक टांग के ऊपर उपयुक्त बोल्टों, नटों व वाशरों के साथ फिक्स करना चाहिए।
3. यह लेवल में होनी चाहिए। और इसके जास् वर्क बेंच और फर्श के समानान्तर होने चाहिए। यदि वाइस लेवल में नहीं होगी तो मेटीरियल एक साइड से अधिक करेगा।
4. इसका फिक्स्ड जॉ वर्क बेंच के सिरे से थोड़ा बाहर की ओर होना चाहिए जिससे लंबे वर्कपीस को लम्बवत पकड़ा जा सकता है।
5. वाइस को सुदृढ़ता से फिक्स करना चाहिए। यदि इसे सुदृढ़ता से फिक्स न किया जाए तो वह कंपन करेगी जिससे जॉब की सरफेस फिनिश और परिशुद्धता प्रभावित हो सकती है।
बेंच वाइस की ऊंचाई का समायोजन (Adjustment of Bench Vice Height )
1. बेंच वाइस की ऊंचाई तब सही होती है जब बेंच वाइस का ऊपरी फेस कार्य करने वाले श्रमिक की कुहनी के बराबर होता है जबकि श्रमिक बाजु को मोड़कर अंगुलियों को ठुड्डी से लगा कर खड़ा हो।
2. निम्नलिखित में से किसी एक का प्रयोग करके बेंच वाइस की ऊंचाई को समायोजित किया जा सकता है
(क) वाइस के बेस के नीचे लकड़ी की पैकिंग लगाकर।
(ख) अच्छी तरह से डिजाइन किया हुआ वाइस फिक्स्चर प्रयोग करके।
वाइस (Vice) किसे कहते है | बेंच वाइस (Bench Vice) का दूसरा नाम क्या है ?
वाईस कितने प्रकार के होते है –
1-पाइप वाइस (Pipe Vice)
2-लैग वाइस (Leg Vice)
3-हैंड वाइस (Hand Vice)
4-पिन वाइस (Pin Vice)
5-टूल मेकर्स वाइस (Tool Maker’s Vice)
6-प्लेन मशीन वाइस (Plain Machine Vice)
7-स्विवल बेस वाइस (Swivel Base Vice)
8-क्विक रिलीजिंग पाइस (Quick Releasing Vice)
9-यूनिवर्सल मशीन वाइस (Universal Machine Vice)
पाइप वाइस (Pipe Vice)
इस प्रकार की वाइस की बनावट में एक बॉडी, मुवेबल जॉ, फिक्सड जॉ, स्क्रू स्पिंडल और हैंडल होते हैं। इस वाइस के जॉ प्रायः ‘वी’ आकार में बने होते हैं। इसका मुवेबल जॉ लम्बरूप (Vertical) खुलता है। इस प्रकार की वाइस में गोल आकार के जॉब आसानी से बांधे जा सकते हैं क्योंकि गोल आकार के जॉब को इसमें बांधने से चार स्थानों से पकड़ होने के कारण वह घूमने नहीं पाता है। इस वाइस का अधिकतर प्रयोग पाइप फिटिंग करते समय और बिजली की वर्कशाप में किया जाता है। इसके जॉ के बीच में अधिक से अधिक जितने व्यास का जॉब बांधा जा सकता है, उसके अनुसार इसका साइज लिया जाता है।
लैग वाइस (Leg Vice)
इस प्रकार की वाइस की एक टांग (Leg) लंबी होती है। इसको प्रायः लकड़ी के मजबूत लट्ठ या बेंच पर फिट किया जाता है। इसकी लंबी टांग को जमीन में गाड़ दिया जाता है। इस वाइस के जॉ समानान्तर न खुलकर गोलाई में खुलते हैं। इसका अधिकतर प्रयोग लोहारगिरी शॉप (Black Smithy Shop) में किया जाता है जिससे इस पर गर्म जॉब को बांधकर फोर्जिंग, बेंडिंग इत्यादि कार्य क्रियायें की जा सकें।इस वाइस की बॉडी रॉट-ऑयरन या माइल्ड स्टील से बनाई जाती है। इसका साइज इसके जॉ की चौड़ाई से लिया जाता है। प्रायः इस वाइस में जॉ प्लेटें (Jaw Plates) वाइस में अलग-अलग स्क्रू से न जोड़कर साथ में कास्ट किये रहती हैं। परंतु कुछ कंपनियां अलग-अलग स्क्रू के द्वारा जोड़ने वाली जॉ प्लेटें गाती हैं।
लैग वाइस (Leg
हैंड वाइस (Hand Vice)
जैसा कि नाम से सिद्ध है यह वाइस हाथ में पकड़ कर प्रयोग में लाई जाती है। इसके जॉ समानान्तर न खुलकर गोलाई में खुलते हैं। इसके जॉ को खोलने या बंद करने के लिए एक विंग नट (Wing Nut) प्रयोग में लाया जाता है। इसके दोनों जॉ के बीच में एक चिपटे स्प्रिंग की पत्ती लगी रहती है जो कि इसके जॉ को अपने साथ खुलने में सहायता करती है। वर्कशाप में इसका प्रयोग छोटे-छोटे कार्यों को पकड़ने के लिये किया जाता है। यह प्रायः माइल्ड से बनाई जाती है। इसका साइज इसके जॉ की चौड़ाई से लिया जाता है।
पिन वाइस (Pin Vice)
इस प्रकार की वाइस छोटे आकार की होती है जिसकी बनावट में एक ओर हैंडल होता है और दूसरी ओर चॅक। इसके चक को घुमाकर इसमें छोटे-छोटे जॉब और पिन इत्यादि को आसानी से पकड़ा जा सकता है। इसका अधिकतर प्रयोग घड़ी साज और इन्स्ट्रमेंट मैकेनिक के द्वारा किया जाता है। यह प्रायः स्टील से बनाई जाती है। इस वाइस में अधिक-से-अधिक जितने साइज का जॉब बांधा जा सकता है उसके अनुसार इसका साइज लिया जाता है।
टूल मेकर्स वाइस (Tool Maker’s Vice)
इस प्रकार की वाइस बहुत ही छोटे साइज की समानान्तर जॉ वाली वाइस होती है। यह वाइस प्रायः टूल मेकर्स के द्वारा प्रयोग में लाई जाती है जिससे वे इसमें छोटे-छोटे जॉब पकड़ कर आपरेशन करते है। यह प्रायः स्टील से बनाई जाती है। इसका साइज इसके जॉ की चौड़ाई से लिया जाता है।
प्लेन मशीन वाइस (Plain Machine Vice)
इस प्रकार की वाइस के जॉ भी समानान्तर खुलते हैं। इस वाइस का बेस (Base) अच्छी तरह से मशीनिंग किया रहता है। जिससे इसको मशीन के टेबल पर ‘टी’ बोल्ट (‘T’ Bolt) की सहायता से आसानी फिट किया जा सकता है। ‘टी’ बोल्ट (‘T’ Bolt) मशीन के टेबल पर बने ‘टी’ स्लाट (‘T’ Slot) में बैठ जाता है और बोल्ट को मशीन वाइस के बेस पर सुराख या खांचे में बैठा कर नट के द्वारा कस दिया जाता है। इस प्रकार की वाइस का अधिकतर प्रयोग मशीनिंग आपरेशन जैसे ड्रिलिंग, मिलिंग, शेपिंग इत्यादि करते समय जॉब को पकड़ने के लिये किया जाता है। इसका साइज इसके जॉ की चौड़ाई से लिया जाता है।
स्विवल बेस वाइस (Swivel Base Vice)
इस प्रकार की वाइस के जॉ समानान्तर खुलते हैं। इस वाइस में बेस प्लेट (Base Plate) और फिक्स्ड जॉ अलग-अलग होते हैं। बेस प्लेट के सेंटर में एक पिन फिट रहती है जिसके साथ फिक्स्ड जॉ के धरातल में बने सुराख को मिलाकर फिट कर देते हैं । इस फिक्स्ड जॉ को बेस प्लेट पर 360° के कोण में घुमाया जा सकता है। फिक्स्ड जॉ के बेस के साथ एक लीवर फिट रहता है जिसकी सहायता से वाइस को किसी भी कोण में सेट कर सकते हैं। इस प्रकार वाइस प्रायः फिटर शॉप या मशीन में प्रयोग में लाई जाती है। इसका साइज इसके जॉ की चौड़ाई से लिया जाता है।
क्विक रिलीजिंग पाइस (Quick Releasing Vice)
इस प्रकार की वाइस के जॉस् समानान्तर खुलते हैं। इस वाइस में एक हाफ नट लगा रहता है जिसको स्पिण्डल के साथ स्प्रिंग लीवर की सहायता से संलग्न और अलग किया जा सकता है। लीवर दबाने से हाफ नट अलग हो जायेगा और स्पिण्डल को अंदर दबाया जा सकता है और बाहर भी आसानी से खींचा जा सकता है और जहां पर वाइस को सैट करना हो लीवर की सहायता से सैट कर दिया जाता है। इस प्रकार की वाइस अधिकतर बहु-उत्पादन (Mass Production) के लिए प्रयोग में लाई जाती है।
यूनिवर्सल मशीन वाइस (Universal Machine Vice)
इस प्रकार की मशीन वाइस की बनावट इस तरह से बनाई जाती है कि इसको स्विवल बेस मशीन की तरह बेस के समतल (Horizontal) चारों ओर घुमाया जा सकता है तथा लंबरूप (Vertical) में भी इसको कोण में सैट किया जा सकता है। इस प्रकार की वाइस का अधिकतर प्रयोग टूल एंड डाई मेकरों (Tool & Die Makers) के द्वारा किया जाता है जिससे जॉब को बिना खोले उसकी दिशा बदल कर जॉब पर मशीनिंग आपरेशन किये जा सकते हैं।
सावधानियां (Precautions)
1. कार्य करने से पहले वाइस को ब्रुश से अच्छी तरह साफ कर लेना चाहिये ओर कार्य करने के बाद भी इसको अच्छी तरह से साफ करना आवश्यक है।
2. वाइस के स्लाइड (Slide) करने वाले भाग पर तेल लगाते रहना चाहिये।
3. वाइस के स्पिण्डल व बाक्स नट पर तेल या ग्रीस लगाते रहना चाहिये।
4. जॉब को वाइस में बांधते समय हैंडल पर हथौड़े की चोट नहीं लगानी चाहिये।
5.वाइस में जॉब को आवश्यकता से अधिक नहीं कसना चाहिये और न ही ढीला रखना चाहिये।
6. फिनिश जॉब को वाइस में बांधते समय नर्म धातु के वाइस क्लेम्पों का प्रयोग करना चाहिये।
7. जॉब को वाइस में बांधते समय इस बात का ध्यान देना चाहिए कि जॉब जॉ से इतना ही बाहर होना चाहिए कि कार्य करते समय टूल वाइस से न टकराने पाये । यदि जॉब अधिक बाहर रखकर बांधेगे तो कार्य करते समय वह किटकिटायेगा।
वाइस से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण संकेत
(Some Important Hints Related to Vice)
. 1- बेंच वाइस का साइज उसके जॉस् की चौड़ाई से लिया जाता है।
2. बेंच वाइस का बाक्स नट प्राय: कास्ट ऑयरन, फास्फर ब्रांज या गन मेटल से बनाया जाता है। .
3. बेंच वाइस को पैरेलल जॉ वाइस कहते हैं।
4. किसी दोषयुक्त बेंच वाइस में हैंडल को घुमाने से यदि मुवेबल जॉ नहीं चलता है तो उसके निम्नलिखित कारण हो सकते है
i) स्पिंडल बिना पिन के फिट किया गया हो।
ii) बॉक्स नट टूट गया हो।
(iii) स्पिंडल या बॉक्स नट की चूड़ियां घिस गई हों।
5. वाइस में जॉब को बांधते समय कभी-कभी सहायक जॉ प्लेटें और वाइस क्लेम्प्स की आवश्यकता पड़ती है, जो कि प्रायः निम्नलिखित होते हैं
(i) प्रोटेक्टिव क्लेम्प्स
(ii) ग्राउंड सरफेस जॉ प्लेटें
(iii) चीजलिंग जॉ प्लेटें
(iv) क्लेम्पिंग बार्स
(v) सॉ शार्पनिंग वाइसें
(vi) ‘वी’ शेप्ड वाइस क्लेम्प्स
(vii) हाफ राउंड शेप्ड वाइस क्लेम्प्स
(viii) थ्रेडिंग ग्रिप्स
6. लैग वाइस के मूवेबल जॉ में अंडाकार सुराख बना होता है जिससे उसमें मुवेबल जॉ के गोलाई वाले मुवमेंट के कारण स्पिण्डल को पर्याप्त स्थान मिल जाता है।
7. कारीगर की लंबाई के अनुसार बेंच वाइस की ऊंचाई को समायोजित करने के लिए या तो लकड़ी का प्लेटफार्म प्रयोग किया जा सकता है या बैंच वाइस के बेस के नीचे लकड़ी का पैकिंग पीस लगया जा सकता है।
वाइस (Vice) किसे कहते है | बेंच वाइस (Bench Vice) का दूसरा नाम क्या है ?
उत्तर – बेंच वाइस (Bench Vice) का दूसरा नाम पैरेलल जॉ वाइस भी कहते हैं
उत्तर – जब वर्कशाप में जॉब को बनाया जाता है तो उनको अच्छी पकड़ की आवश्यकता होती है। क्योंकि हाथ की पकड़ से जॉब को सावधानीपूर्वक नहीं बनाया जा सकता है और दुर्घटना होने की संभावना रहती है इसलिए एक ऐसा साधन प्रयोग में लाया जाता है जिसे वाइस (Vice) कहते हैं।
उत्तर – बेंच वाइस का साइज उसके जॉस् की चौड़ाई से लिया जाता है।
उत्तर – बेंच वाईस नट और बोल्ट की सिद्धान्त पर कार्य करता है।
उत्तर – इसको पैरेलल जॉ वाइस भी कहते हैं जिसको प्रायः बेंच पर फिट किया जाता है। इसका साइज इसके जॉ की चौड़ाई से लिया जाता है। भारतीय स्टैण्डर्ड (B.I.S) के अनुसार यह प्रायः 75 से 150 मि. मी. तक पाई जाती है। 75 मि. मी. वाली वाइस छोटे कार्यों के लिए, 100 व 125 मि.मी. वाली मध्यम कार्यों के लिए और 150 मि. मी. वाली वाइस बड़े कार्यों के लिए प्रयोग में लाई जाती हैं। बेंच वाइस का प्रयोग उन कार्यों को अच्छी तरह से बांधने के लिए किया जाता है जिन पर प्राय: फाइलिंग, चिपिंग, हेक्साइंग और अन्य हैंड आपरेशन करने की आवश्यकता होती है।
उत्तर – इस प्रकार की वाइस बहुत ही छोटे साइज की समानान्तर जॉ वाली वाइस होती है। यह वाइस प्रायः टूल मेकर्स के द्वारा प्रयोग में लाई जाती है जिससे वे इसमें छोटे-छोटे जॉब पकड़ कर आपरेशन करते है। यह प्रायः स्टील से बनाई जाती है। इसका साइज इसके जॉ की चौड़ाई से लिया जाता है।
उत्तर – इस प्रकार की वाइस छोटे आकार की होती है जिसकी बनावट में एक ओर हैंडल होता है और दूसरी ओर चॅक। इसके चक को घुमाकर इसमें छोटे-छोटे जॉब और पिन इत्यादि को आसानी से पकड़ा जा सकता है। इसका अधिकतर प्रयोग घड़ी साज और इन्स्ट्रमेंट मैकेनिक के द्वारा किया जाता है। यह प्रायः स्टील से बनाई जाती है। इस वाइस में अधिक-से-अधिक जितने साइज का जॉब बांधा जा सकता है उसके अनुसार इसका साइज लिया जाता है।
उत्तर – जब वर्कशाप में जॉब को बनाया जाता है तो उनको अच्छी पकड़ की आवश्यकता होती है। क्योंकि हाथ की पकड़ से जॉब को सावधानीपूर्वक नहीं बनाया जा सकता है और दुर्घटना होने की संभावना रहती है इसलिए एक ऐसा साधन प्रयोग में लाया जाता है जिसे वाइस (Vice) कहते हैं।
1-पाइप वाइस (Pipe Vice)
2-लैग वाइस (Leg Vice)
3-हैंड वाइस (Hand Vice)
4-पिन वाइस (Pin Vice)
5-टूल मेकर्स वाइस (Tool Maker’s Vice)
6-प्लेन मशीन वाइस (Plain Machine Vice)
7-स्विवल बेस वाइस (Swivel Base Vice)
8-क्विक रिलीजिंग पाइस (Quick Releasing Vice)
9-यूनिवर्सल मशीन वाइस (Universal Machine Vice)
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