स्क्राइबर (Scriber) किसे कहते है स्क्राइबर कितने प्रकार के होते है हिंदी में 2021
स्क्राइबर एक तेज धार वाला औजार है जिसका प्रयोग मार्किंग करते समय लाइनें खींचने के लिए किया जाता है। इनके प्वाइंट को 12° से 15° के कोण में ग्राइंडिंग किया रहता है। भारतीय स्टैण्डर्ड (B.I.S.) के अनुसार से 125 से 200 मि. मी. तक लंबाई में पाये जाते हैं

मेटीरियल (Material) -स्क्राइबर प्रायः हाई कार्बन स्टील से बनाया जाता है और इसका प्वांइट हार्ड व टेम्पर किया रहता है।
स्क्राइबर कितने प्रकार के होते है –
प्रायः निम्नलिखित प्रकार के स्क्राइबर प्रयोग में लाये जाते हैं
- स्ट्रेट स्क्राइबर (Straight Scriber) -इस प्रकार के स्क्राइबर का एक सिरा सीधा व नुकीला होता है और इसकी बॉडी प्लेन या नर्लिंग (Knurling) की हुई होती है। इसका प्रयोग साधारण मार्किंग करते समय लाइनें खींचने के लिए किया जाता है।
2. बेन्ट स्क्राइबर (Bent Scriber) – इस प्रकार के स्क्राइबर का एक सिरा सीधा व नुकीला होता है और दूसरे सिरे का 90° के कोण में मोड़ कर नुकीला कर दिया जाता है। इसके सीधे सिरे का प्रयोग साधारण लाइनें लगाने के लिए किया जाता है और मुड़े हुए सिरे का प्रयोग निम्नलिखित कार्यों के लिए किया जाता है (Fig-2)
(क) – किसी जॉब पर छोटे-छोटे मापों की लाइनें लगाने के लिए जैसे 1 मि. मी., 1.5 मि. मी. इत्यादि (सरफेस गेज की सहायता से)।
(ख) – लेथ मशीन पर फोर जॉ चॅक में जॉब को सेंटर में बांधते समय चैक करने के लिए (सरफेस गेज की सहायता से)।
(ग) – किसी बेलनाकार खोखले (Cylindrical Hollow) जॉब की अंदरुनी सतह पर लाइनें खींचने के लिए।
बेंट टाइप स्क्राइबर का प्रयोग सरफेस गेज के साथ व अलग से भी किया जा सकता है।
3. एडजस्टेबल स्लीव स्क्राइबर (Adjustable Sleeve Scriber) -इस प्रकार के स्क्राइबर में स्लीव (Sleeve) होती है जिसकी बॉडी पर नर्लिंग की हुई होती है और इसकी पूरी लंबाई में सेंटर से गोल सुराख (Hole) बना होता है जिसमें साधारण स्क्राइबर को लगाया जा सकता है और इधर-उधर कहीं पर भी समायोजित (Adjust) करके क्लेम्प किया जा सकता है।
4. आफसेट स्क्राइबर (Offset Scriber)-ऑफसेट स्क्राइबर को वर्नियर हाइट गेज के साथ प्रयोग में लाया जाता है जिससे शुद्धता में मार्किंग की जा सकती है।
सावधानियां (Precautions)
1.स्क्राबर की नोंक की धार तेज रखनी चाहिए जिससे सही मार्किंग की जा सके।
2. इसकी नोंक (Point) को हार्ड सरफेस पर ठोंकना नहीं चाहिए।
3. यदि इसको प्रयोग में न लाया जा रहा हो तो इसके प्वाइंट पर कार्क इत्यादि लगा कर रखना चाहिए।
4. इसका प्रयोग हार्ड सरफेस पर नहीं करना चाहिए।
स्क्राइबर (Scriber) किसे कहते है स्क्राइबर कितने प्रकार के होते है हिंदी में 2021
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