पिस्टन रिंग्स (Piston Rings)
पिस्टन रिंग्स के कार्य (Functions)
I.C. इन्जन में पिस्टन रिंग्स के निम्नलिखित कार्य होते हैं।
- दहन-कक्ष की उच्च दाब गैसों को बैक-केस में क्षरण होने से रोकना।
- पिस्टन क्राउन से सिलिण्डर दीवारों तक ऊष्मा-प्रवाह के लिये सरल मार्ग प्रदान करना।
- पिस्टन स्ट्रोक के अन्तर्गत सिलिण्डर दीवार पर स्नेहन-तेल की समुचित मात्रा बनाये रखना, जिससे सिलिण्डर और रिंग्स के बीच घिसाव (wear) कम से कम हो । स्नेहन-तेल दहन कक्ष के नहीं जाना चाहिये जहाँ यह जलकर कार्बन का जमाव करेगा।
पिस्टन रिंग्स की बनावट और धातु (Construction of piston rings and materials)
पिस्टन रिंग की बनावट और इसके विभिन्न अंगों को चित्र 11.13 में दर्शाया गया है। पिस्टन रिंग्स पृथक-पृथक् ढलाई और मशीनिंग द्वारा तैयार किये जाते हैं। रिंग को काटकर गैप बनाया जाता है जिससे कि रिंग को फैलाकर उसे पिस्टन हैड की ओर से डालकर रिंग-ग्रूव में बैठाया जा सके। रिंग-गैप उस समय बन्द हो जाता है जबकि रिंग को उसके – ग्रूव में बैठा दिया जाता है। इस प्रकार, रिंग अपना दबाव सिलिण्डर दीवार पर बना लेता है और क्षरणरोधी प्रभाव उत्पन्न करता है । रिंग-गैप के सिरे (ends) तीन प्रकार के हो सकते हैं, (अ) बट सिरा (butt ends), (ब) टेपरित सिरा (tapered ends) तथा (स) सील कट सिरा (seal cut ends) जैसाकि चित्र 11.14 में दर्शाया गया है।
धातु-पिस्टन-रिंग की धातु सामान्यतया सूक्ष्म कणों वाला धूसर ढलवाँ लोहा ऐलॉय (grey cast iron alloy) होता है जिसमें सिलिकॉन और मैंगनीज मिले होते हैं। इस धातु में ऊष्मारोधी और घिसावरोधी गुण होते हैं ।
पिस्टन के टॉप-रिंग अधिकतर क्रोमियम-प्लेटिड रिंग होते हैं। क्रोमियम-प्लेटिड रिंग दहन-उत्पादों के अति उच्च तापमान को सहन करने में सक्षम होते हैं और संक्षारणरोधी भी होते हैं। हैवी-ड्यूटी पिस्टन के सभी रिंग्स क्रोमियम-प्लेटिड रिंग्स ही होते हैं। परन्तु इन रिंग्स का प्रयोग ऐसे सिलिण्डरों में नहीं करना चाहिये जिन पर क्रोमियम लाइनिंग या अन्य कठोर धातु की लाइनिंग की गयी हो।
मॉलिडिनम-फेस (molydenium face) वाले रिंग्स भी आजकल प्रयोग किये जा रहे हैं। यह रिंग्स सिलिण्डर दीवार का अच्छा स्नेहन करते हैं और इंजन के जीवनकाल को बढ़ाने में सहायक होते हैं।
ऐलॉय-स्टील भी रिंग धातु के रूप में प्रयोग किया जाता है। स्टेनलेस स्टील के बने आयल-रिंग्स संक्षारणरोधी होते हैं और उच्च तापमान सहन कर सकते हैं।
पिस्टन रिंग्स की संख्या (Number of piston rings)
पिस्टन पर दो प्रकार के रिंग्स लगे होते हैं
(अ) सम्पीडन रिंग्स (Compression rings)
(ब) आयल रिंग्स (Oil rings)
सम्पीडन रिंग्स की संख्या पिस्टन की लम्बाई के अनुसार दो से चार तक हो सकती है और ऑयल रिंग की संख्या एक या दो हो सकती है। परन्तु आधुनिक कारों में इंजन और कार की ऊँचाई सीमित रखने के लिये दो सम्पीडन रिंग और एक आयल रिंग प्रयोग किये जाते हैं।
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उत्तर – पिस्टन के टॉप-रिंग अधिकतर क्रोमियम-प्लेटिड रिंग होते हैं। क्रोमियम-प्लेटिड रिंग दहन-उत्पादों के अति उच्च तापमान को सहन करने में सक्षम होते हैं और संक्षारणरोधी भी होते हैं।
उत्तर – पिस्टन रिंग दो प्रकार के होते है :-
१- सम्पीडन रिंग्स (Compression rings)
२- आयल रिंग्स (Oil rings)
उत्तर – पिस्टन के टॉप-रिंग अधिकतर क्रोमियम-प्लेटिड रिंग होते हैं। क्रोमियम-प्लेटिड रिंग दहन-उत्पादों के अति उच्च तापमान को सहन करने में सक्षम होते हैं और संक्षारणरोधी भी होते हैं।