‘V’ ब्लॉक (‘V’-Block)
परिचय (Introduction)-गोल आकार के जॉब की मार्किंग करते समय और उन पर मशीनिंग इत्यादि आपरेशन जैसे ड्रिलिंग, सरफेस ग्राइंडिंग, मिलिंग फेसिंग आदि करते समय उन्हें सहारा देकर पकड़कर मार्किंग व मशीनिंग इत्यादि करने की आवश्यकता पड़ती है। इस प्रकार गोल आकार के जॉब को सहारा देने के लिए ‘वी’ ब्लॉक (Vee Block) प्रयोग में लाये जाते हैं। गोल आकार के जॉब को इसके वी ग्रूव में रख कर और क्लेम्प के द्वारा टाइट करके मार्किंग, मशीनिंग इत्यादि आसानी से कर सकते हैं। सभी परिस्थितियों में ‘वी’ ब्लाक का शीर्ष कोण (Included Angle)90° होता है।
1.’वी’ ब्लॉक का विवरण उसके नामिनल साइज (लंबाई), उसमें न्यूनतम और अधिकतम व्यास के जॉब को क्लैम्प करने की क्षमता, ग्रेड और इंडियन स्टैण्डर्ड (B.I.S) के नंबर के अनुसार दिया जाता है। जैसे-‘V’ BIOCK 50/5-40 A-IS: 2949
2. मैच्ड पेयर वाले ‘वी’ ब्लॉक को ‘M’ अक्षर के साथ इंगित किया जाता है। ‘V’ BLOCK M 50/ 5-40 A-IS: 29493.यदि क्लेम्प साथ में है तो ‘WITH CLAMP’ इंगित किया जाता है। जैसे ‘V’ BLOCK WITH CLAMP 50/5-40 A-IS: 2949
ग्रेड (Grade)-‘वी’ ब्लॉक प्रायः ग्रेड A और ग्रेड B में पाये जाते हैं। ‘A’ ग्रेड वाले ‘वी’ ब्लॉक अधिक परिशुद्ध होते हैं और 100 मि.मी. लंबाई तक पाये जाते हैं तथा B ग्रेड की परिशुद्धता अपेक्षाकृत कम होती है जो कि 300 मि. मी. लंबाई तक पाये जाते हैं।
(Material) – ‘B’ ग्रेड वाले प्रायः क्लोज्ड ग्रेन कास्ट ऑयरन तथा ‘A’ ग्रेड वाले ‘वी’ ब्लॉक हाई मेटीरियल क्वालिटी स्टील से बनाये जाते हैं।
‘V’ ब्लॉक कितने प्रकार के होते है ?
भारतीय स्टेण्डर्ड (B.I.S) के अनुसार निम्नलिखित चार प्रकार के ‘वी’ ब्लॉक पाए जाते हैं
1. सिंगल लेवल सिंगल ग्रूव ‘वी’ ब्लॉक (Single Level Single Groove ‘V’ Block)-इस प्रकार के ‘वी’ ब्लॉक में केवल एक ‘वी’ ग्रूव और दोनों साइडों पर एक-एक आयताकार स्लॉट बने होते हैं, जिनमें क्लेम्प को पकड़ा जाता है।
2. सिंगल लेवल डबल ग्रुव’वी’ ब्लॉक (Single Level Double Groove ‘V’ Block) -इस प्रकार के वी’ ब्लॉक में एक ‘वी’ ग्रूव और दोनों साइडों पर दो-दो आयाताकार स्लॉट बने होते है जिनमें दो अलग-अलग पोजीशन में क्लेम्प को पकड़ा जा सकता है।
3. डबल लेवल सिंगल ग्रूव ‘वी’ ब्लॉक (Double Level Single Groove ‘V’ Block)-इस प्रकार के ‘वी’ ब्लॉक के टॉप और बॉटम में दो ‘वी’ ग्रूव बने होते है और दोनों साइडों पर एक-एक आयताकार ग्रूव बना होता है।
4. मैच्ड पेयर ‘वी’ ब्लॉक (Matched Pair’V’ Block)-इस प्रकार के ‘वी’ ब्लॉक जोड़े (Pair) में पाए जाते है जिसमें दोनों ‘वी’ ब्लॉकों का साइज और परिशुद्धता का ग्रेड एक जैसा होता है। इनको नंबरों या अक्षरों में इंगित किया जाता है। इस प्रकार के ‘वी’ ब्लॉकों का प्रयोग लंबी शाफ्टों को मशीन टेबल या मार्किंग ऑफ टेबल पर समानान्तर आश्रय देने के लिए किया जाता है।
उपयोग (Uses)
1. . मार्किंग करते समय गोल आकार के जॉब को सहारा देकर पकड़ने के लिये इसका प्रयोग किया जाता है जिससे मार्किंग आसानी से की जा सकती है।
2. किसी गोल जॉब में ड्रिलिंग, मशीनिंग इत्यादि आपरेशन करने के लिए सहारा देने और पकड़ने के लिए ‘वी’ ब्लॉक का प्रयोग किया जाता है।
‘वी’ ब्लॉक की शुद्धता चैक करने की विधि (Method of Checking ‘V’ Block for Accuracy)
एक शुद्ध सरफेस प्लेट को अच्छी तरह से साफ कर लेना चाहिये और उसके ऊपर एक ही नं. या साइज के दो ‘वी’ ब्लॉकों को एक सीधं में रख कर इनके ऊपर एक बेलनाकार टेस्टिड बार (Cylindrical Tested Bar) जिसको शुद्धता में टनिंग करके बनाया गया हो, को रख कर उसके दोनों सिरों को डायल टेस्ट इंडिकेटर से चैक करना चाहिए। यदि दोनों सिरों की रीडिंग अलग-अलग हो तो ‘वी’ ब्लॉक अशुद्ध होगा।
सावधानियां (Precautions)
1. कार्य करने से पहले और बाद ‘वी’ ब्लॉक को अच्छी तरह से साफ कर देना चाहिये।
2. इनको गिरने से बचाना चाहिये और इनकी सरफेस को स्क्रैच लगने से बचाना चाहिये।
3. यदि ‘वी’ ब्लॉक का प्रयोग न किया जा रहा हो तो इनको तेल या ग्रीस लगाकर इनके निजी स्थान पर रख देना चाहिए।
4. लंबे जॉब को सहारा देने के लिए एक ही नं. या साइज के दो ‘वी’ ब्लॉकों अर्थात् एक ही नं. के ‘वी’ ब्लॉकों का जोड़ा (Pair) प्रयोग में लाना चाहिये।
‘V‘ ब्लॉक कितने प्रकार के होते है
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