Measurement and Measuring Methods
Introduction ( परिचय )–कार्यशाला में कार्य करते समय या कोसी जॉब अथवा कलपुर्जे को बनाते समय ड्राइंग में कुछ माप दिए होते है जैसे – लम्बाई ,चौड़ाई ,उचाई ,मोटाई गोलाकार में व्यास , इत्यादि। ” वर्कशॉप में ड्राइंग के अनुसार जॉब अथवा किसी विशेष प्रकार के पुर्जे को परिशुद्ध बनाते समय इन्हे जांचने और मापने के लिए जिन यंत्रो की आवश्यकता होती है , उन्हें मापी यंत्र कहते है।
Measuring Methods ( माप की विधियाँ )–कार्यशाला में ड्राइंग के अनुसार जॉब या पार्ट्स को परिशुद्ध बनाने के लिए हमे कुछ मापी यंत्रो की आवश्यकता पड़ती है। माप प्रायः तीन प्रकार से लिए जाते है –
- Direct Measurement ( प्रत्यक्ष माप )
- Indirect Measurement ( अप्रत्यक्ष माप )
- Comparative Measurement ( तुलनात्मक माप )
Direct Measurement :- इस विधि में मिक्रोमीटर ,वर्नियर कैलिपर ,बैवेल प्रोटेक्टर आदि से लिया जाता है।
Indirect Measurement:- इस विधि में कैलिपर ,टेलिस्कोपिक गेज ,डिवाइडर आदि से लिए जाते है।
Comparative Measurement:-इस विधि में जॉब का माप किसी मास्टर पीस से तुलना करके लिया जाता है। Measuring Instruments ( मापी यंत्र )कार्यशाला में ड्राइंग के अनुसार जॉब या पार्ट्स को परिशुद्ध बनाने के लिए मापी यंत्रो की आवश्यकता पड़ती है।
Types of Measuring Instruments ( मापी यंत्रो के प्रकार ):-
(i ) Ordinary Measuring Tools and Instruments ( साधारण मापी यंत्र )
(ii ) Precision Measuring Tools and Instruments ( सूक्ष्म मापी यंत्र )
Ordinary Measuring Tools and Instruments ( साधारण मापी यंत्र )- जिन मापी यंत्र के द्वारा मीट्रिक पद्धति में 0.5 mm तथा ब्रिटिश पद्धति में 1/64″ तक न्यूनतम माप लिया जाय उन्हें साधारण मापी यंत्र कहते है। Ex. – Rules Precision
Measuring Tools and Instruments ( सूक्ष्म मापी यंत्र )- ऐसे यंत्र जिनके द्वारा ब्रिटिश अथवा मीट्रिक प्रणाली में अधिक सूक्ष्म एवं परिशुद्ध माप ले सके उन्हें सूक्ष्म मापी यंत्र कहते है। इन यंत्रो क्र द्वारा ब्रिटिश प्रणाली में 0.001″ तथा मीट्रिक प्रणाली में 0.01mm या इससे अधिक सूक्ष्मता में माप सकते है।
Measurement and Measuring Methods
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