ITI Welder Question Paper 2024 PDF | वेल्डिन बहुविकल्पिक प्रश्न 2024 | आईटीआई वेल्डिंग के प्रश्न उत्तर हिंदी में | वेल्डिंग से सम्बंधित प्रश्न उत्तर | आईटीआई वेल्डर पेपर प्रश्न पत्र 2024
बहुविकल्पिक प्रश्न उत्तर
1- चित्र में प्रदर्शित जोड़ का नाम बताइए
(a) एकल वी
(b) एकल बेवेल
(c) स्क्वायर
(d) इनमें से कोई नहीं
Answer –
2- जब पदार्थ की मोटाई 1.6 mm (स्थिति वेल्डिंग) हो तो आदर्श वेल्डिंग के लिए वेल्डिंग स्पीड कितनी होनी चाहिए?
(a) 50 cm/min
(b) 80 cm/min
(c) 90 cm/min
(d) 95 cm/min
Answer – a
3- तलोच्छिन दोष से किस प्रकार बचा जा सकता है?
(a) कुशल कारीगर या वेल्डर से ज्वाला की सेटिंग ठीक कराकर
(b) ज्वाला तथा पूरक दंड को सही स्थिति में रखकर
(c) वेल्डिंग की उचित स्पीड रखकर
(d) उपर्युक्त सभी
Answer – d
4- वेल्डिंग की गति जरूरत से ज्यादा होने के कारण तथा आवश्यकता से कम नाप की नोजल प्रयोग करने के कारण किस प्रकार का दोष उत्पन्न हो जाता है?
(a) तलोच्छिन
(b) ओवरहीटिंग
(c) अपूर्ण वेधन
(d) वेधन की अधिकता
Answer – c
5- वेल्ड मेटल में धातुमल (Slag) रह जाने का कारण है
(a) उचित फ्लक्स का प्रयोग नहीं करना
(b) ज्वाला में ऑक्सीजन की मात्रा अधिक होना
(c) पूरक दण्ड या ज्वाला को बिना घुमाते हुए चलाना
(d) उपर्युक्त सभी
Answer – d
6- निम्न चित्र में प्रदर्शित वेल्डिंग दोष का आकार बताइए
(a) तलोच्छिन
(b) ओवरहीटिंग
(c) अपूर्ण वेधन
(d) धातु का टेढ़ा-मेढ़ा हो जाना
Answer – b
7- चित्र में प्रदर्शित वेल्डिंग दोष है
(a) अण्डरकट
(b) दरारें
(c) धातु की कमी
(d) ब्लो होल्स
Answer – d
8- किस दोष में धातु की प्लेटें ज्यादा पिघलकर पतली हो जाती हैं, जिसके कारण गड्ढे पड़ जाते हैं?
(a) तलोच्छिन
(b) ओवरहीटिंग
(c) अपूर्ण वेधन
(d) वेधन की अधिकता
Answer – a
9- धातु को पिघलाने के बाद भी अधिक देर तक गर्म किया जाता है तो उसमें गैस समावेश तथा उसके कण बड़े होने की संभावना रहती है, इस प्रकार के CO2., वेल्डिंग दोष को किस नाम से जाना जाता है?
(a) तलोच्छिन
(b) ओवरहीटिंग
(c) अपूर्ण वेधन
(d) वेधन की अधिकता
Answer – b
10- वेधन की अधिकता, दोष का कारण है
(a) वेल्डिंग ब्लो पाइप की नोजल का नाप अधिक होना
(b) उचित प्रकार की ज्वाला प्रयोग नहीं करना
(c) वेल्डिंग की गति कम होना
(d) उपर्युक्त सभी
Answer – d
11- बीड में दरारें पड़ जाने के कारण है
(a) वेल्डिंग बीड में मूल धातु का तेजी से या असमान गति से ठण्डा होना
(b) किनारों के मध्य अंतर का ध्यान नहीं देना
(c) पूरक दण्ड की धातु का अधिक कठोर होना
(d) उपर्युक्त होना
Answer – d
12- चित्र में दर्शाए गए वेल्डिंग दोष को पहचानिए
(a) अण्डरकट
(b) दरारें
(c) धातु की कमी
(d) ब्लो होल्स
Answer – a
13- चित्र में दर्शाए गए वेल्डिंग दोष को पहचानिए
(a) अण्डरकट
(b) दरारें
(c) धातु की कमी
(d) ब्लो होल्स
Answer – c
14- जॉब को डिस्टॉर्शन दोष से बचाने के लिए क्या करना चाहिए।
(a) जिग व फिक्स्चर का प्रयोग
(b) लम्बे जॉब को बीच-बीच में छोड़कर वेल्डिंग करना
(c) अनुभवी वेल्डर द्वारा डिस्टॉर्शन अलाउंस देकर दोष दूर करवाना
(d) उपर्युक्त सभी
Answer – d
15- वेल्डिंग ज्वॉइन्ट में पासों की संख्या बढ़ने से डिस्टॉर्शन पर क्या फर्क पड़ेगा?
(a) डिस्टॉर्शन बढ़ जाएगा
(b) डिस्टॉर्शन कम हो जाएगा
(c) अप्रभावित होगा
(d) पहले बढ़ेगा फिर कम हो जाएगा
Answer – a
16- चित्र में प्रदर्शित दोष की पहचान कीजिए
(a) आन्तरिक रन्ध्रता
(b) दरारें
(c) वेल्ड मेटल में स्लैग
(d) आन्तरिक रन्ध्रता
Answer – c
17- निम्न में से पेनीट्रेशन की कमी का कारण है
(a) बैक-अप प्लेट का प्रयोग करना
(b) निम्न वेल्डिंग स्पीड
(c) कम व्यास के इलेक्ट्रॉड
(d) उपर्युक्त सभी
Answer – c
18- यदि बेस धातु एवं फिलर धातु सही प्रकार से नहीं गलती है तब कौन-सा दोष उत्पन्न होता है?
(a) अपूर्ण पेनीट्रेशन
(b) मेटल कम पिघलना
(c) सरन्ध्रता
(d) वेल्ड मेटल में स्लैग
Answer -b
19- वेल्डिंग बीड मोटी-पतली बनने का कारण होता है
(a) वेल्डिंग ब्लो पाइप की गति असमान होना
(b) वेल्डिंग दण्ड का समान गति से न गलना
(c) वेल्डिंग बीड का असमान गति से ठण्डा होना
(d) (a) तथा (b) दोनों
Answer – d
20- वेल्डिंग में अपूर्ण वेधन का कारण है
(a) वेल्डिंग की गति जरूरत से ज्यादा होना
(b) आवश्यकता से कम नाप की नोजल का प्रयोग करना
(c) जोड़े जाने वाली धातु का एज प्रिप्रेशन उचित ना होना सभी
(d) उपर्युक्त
Answer – d
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